मण्डलायुक्त ने महाशिवरात्रि पर्व, रमजान, होली, चैत्र-नवरात्र एवं ईद-उल-फितर के दृष्टिगत मण्डल के सभी जिलों में समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
मिश्रित आबादी एवं गत वर्षों में उपद्रव व झगड़े वाले क्षेत्रों की ड्रोन से निगरानी कराते हुए यह सुनिश्चित किया जाये

अलीगढ़ : आयुक्त अलीगढ़ मण्डल अलीगढ़ संगीता सिंह द्वारा महाशिवरात्रि पर्व, रमजान, होली, चैत्र-नवरात्र एवं ईद-उल-फितर के दृष्टिगत मण्डल के सभी जिलों में काबड़ यात्रा श्रद्धालुओं के आनेजाने वाले मार्गों पर तत्काल निरीक्षण कर सम्बन्धित विभागों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि कहीं पर भी सड़क व पटरी क्षतिग्रस्त अवस्था में न हों और मार्गाें पर कंकड़, पत्थर न रहें। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ में साँकरा घाट व बुलन्दशहर के नरौरा व रामघाट गंगा तट पर आवागमन के लिए श्रद्धालुओं द्वारा अलीगढ़ रामघाट मार्ग का प्रयोग किया जाता है, इसके अतिरिक्त कासगंज में सोंरो के लहरा व बदायूँ के कछला घाट के लिए श्रद्धालु मण्डल के सभी जिलों के अतिरिक्त मथुरा, आगरा व राजस्थान एवं हरियाणा के कई जिलों से आवागमन करते हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के आवागमन मार्गाे पर बिल्डिंग मैटेरियल तथा अस्थाई-स्थाई अतिक्रमण के कारण दुर्घटनाओं की सम्भावनाएं बनी रहती है। विशेषकर रात्रि के समय सड़क किनारे पड़े हुए बिल्डिंग मैटेरियल के कारण छोटे व हल्के बाहनों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सभी मार्गाे पर बिल्डिंग मैटेरियल, अस्थाई व स्थाई अतिक्रमण को तत्काल हटवा दिया जाये। जिससे सम्भावित दुर्घटना से बचा जा सकें। उन्होंने यातायात व्यवस्था के लिए निर्देशित किया कि सभी मार्गाे पर दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र एवं ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करते हुए उन पर विशेष सतर्कता बरतते हुए आवश्यक पुलिस व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाये। गत वर्षों में ऐसे स्थल जहाँ पर दुर्घटनाएं हो चुकी है। उन्हें चिन्हित करते हुए पूर्व से ही सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाये। जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटनाओं की सम्भावनाएं न रहें। सभी मार्गाे पर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिये चौराहों एवं आवश्यकतानुसार मार्गाे पर पुलिस व ट्रैफिक पुलिस की तैनाती सुनिश्चित कर दी जाये। मार्गाे पर आवागमन की सुलभता हेतु चिन्हांकन बोर्ड भी लगवा दिये जाये। सभी ट्रैफिक सिग्नलों को सुचारू रखा जाये। आवश्यकतानुसार भारी व हल्के बाहनों का रूट डायवर्जन करते हुए आवश्यक स्थानों पर चिन्हांकन बोर्ड भी लगवाये जाये। प्रमुख मन्दिरों पर अथवा भीड़-भाड़ वाले युक्त मन्दिरों पर जल चढ़ाने के दौरान आने-जाने वाले मार्गों को अलग-अलग रखते हुए पर्याप्त बैरीकेटिंग भी कराई जाये। महिलाओं की सुरक्षा हेतु विशेष रूप से महिला पुलिस की तैनाती करते हुए उनके लिये अलग कतार एवं बैठने की व्यवस्था की जाये। महिलाओं के लिये टॉयलेट की व्यवस्था अलग से सुरक्षित स्थान पर रखी जाये। अलीगढ़ के खेरेश्वर मन्दिर पर आत्याधिक भीड़ रहने एवं मन्दिर फर्श से नीचे होने के कारण बेरीकेटिंग आदि एवं भीड़ को नियत्रित किये जाने की अतिरिक्त व्यवस्थाएं पूर्व से ही सुनिश्चित कर ली जाये। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्देशित किया कि सम्बन्धित अवर अभियन्ता अपने-अपने क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित करें कि किसी भी मार्ग पर जर्जर पोल एवं लटकते-झूलते तार न रहें। तथा काबड़ यात्रा के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जायें कि निर्वाध विद्युत आपूर्ति सुचारू रहे। लोकल फॉल्ट व ट्रिपिंग आदि के कारण विद्युत आपूर्ति वाधित न हो इसके लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाये। कानून व्यवस्था के लिए थाना व चौकी स्तर पर पीस कमेटी की बैठकें करते हुए यह सुनिश्चित कर लिया जाये कि किसी भी प्रकार नये आयोजन व मार्ग पर यात्रा की अनुमति नहीं दी जाये। सभी प्रकार के आयोजन व कॉबड़ यात्रा परम्परागत पूर्व प्रचलित प्रथा के अनुसार ही सम्पन्न होंगे। काबड़ यात्रा मार्ग व मन्दिरों के आस-पास सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए निजी सीसीटीवी कैमरों धारकों से भी आवश्यक सहयोग लिया जाये। काबड़ यात्राओं के दौरान महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु अराजक तत्वों व हूटिंग करने वालों पर विशेष सतर्क दृष्टि रखते हुए ऐसे तत्वों पर तत्काल कड़ी कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि मिश्रित आबादी एवं गत वर्षों में उपद्रव व झगड़े वाले क्षेत्रों की ड्रोन से निगरानी कराते हुए यह सुनिश्चित किया जाये कि अराजक तत्वों द्वारा उपद्रव हेतु किसी भी प्रकार की साम्रगी घरों की छतों अथवा किसी प्लाट में एकत्रित न की गई हो। सघन निगरानी हेतु एल०आई०यू० एवं मुखबिर तन्त्र को सक्रिय रखा जाये। प्रमुख मन्दिरों पर अथवा भीड़-भाड़ वाले युक्त मन्दिरों पर जल चढ़ाने के दौरान आने-जाने वाले मार्गों को अलग-अलग रखते हुए पर्याप्त बैरीकेटिंग भी कराई जाये। महिलाओं की सुरक्षा हेतु विशेष रूप से महिला पुलिस की तैनाती करते हुए उनके लिये अलग कतार एवं बैठने की व्यवस्था की जाये। महिलाओं के लिये टॉयलेट की व्यवस्था अलग से सुरक्षित स्थान पर रखी जाये। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि सभी जिला, संयुक्त, सामुदायिक व प्राथमिक चिकित्सालयों पर आवश्यक चिकित्सक एवं स्टाफ की ड्यूटी पूर्व से ही निर्धारित करते हुए चिकित्सालयों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर दी जायें। उन्होंने नगरीय वग्रामीण क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट एवं सफाई व्यवस्थाएं शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाये। श्रद्धालुओं के मार्ग एवं सभी प्रमुख मन्दिरों के आस-पास सार्वजनिक शौचालयों को साफ-सुथरा एवं सुचारू रखा जायें। शौचालयों पर केयर टेकर की तैनाती भी रखी जाये। आवश्यकतानुसार मोबाइल टॉयलेट की भी व्यवस्था की जाये। कावड़ यात्रा मार्गाे पर निजी लोगों द्वारा लगाये जाने वाले कैम्पों पर साफ-सफाई, व्यवस्था हेतु टीमें एवं वाहन मूवमेन्ट में तैनात किये जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाये प्रतिबन्धित प्लास्टिक के बर्तनों का कम से कम उपयोग हो तथा जीरो वेस्ट के लिये भी सभी को प्रेरित किया जाये। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि श्रद्धालुओं व मन्दिरों के आवागमन मार्ग पर पर्याप्त मात्रा में प्रकाश व्यवस्था सुचारू रहे। आवश्यकतानुसार नई लाइटें भी लगवा दी जायें तथा लाइटों की तत्काल मरम्मत के लिए रिजर्व रूप में स्टाफ की तैनाती रखी जाये। श्रद्धालुओं व मन्दिरों पर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कर ली जाये। आवश्यकतानुसार पानी के टैंकर आदि से भी व्यवस्थाएं की जाये होली पर्व के दृष्टिगत 13 व 14 मार्च 2025 को होलिका दहन एवं होली (धूल) का पर्व है व 14 मार्च को शुक्रवार की नमाज भी होगी। उक्त के दृष्टिगत पूर्व से जनपद, तहसील, थाना व चौकी स्तर पर पीस कमेटी की बैठकें करते हुए यह सुनिश्चित किया जाये। स्थानीय अभिसूचना इकाई एवं मुखविर तंत्र को पूर्व से ही सक्रिय करते हुए ऐसे तत्वों पर कड़ी निगरानी रखी जाये जो त्यौहार की आड़ में माहौल खराब कर सकते है। किसी भी प्रकार की लाभप्रद सूचना प्राप्त होने पर ऐसे तत्वों पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाये। किसी भी धार्मिक स्थल से किसी भी प्रकार की बयानबाजी ना हो इस पर कड़ी निगरानी रखी जायसभी जिलों में यह सुनिश्चित किया जाये कि होलिका दहन अथवा नमाज पूर्व से ही प्रचलित जगहों पर ही सम्पन्न हो। किसी भी प्रकार के नये स्थल व नये आयोजन अथवा होली यात्रा हेतु नये मार्ग की अनुमति अनुमन्य न की जाये। उन्होंने कहा कि सभी मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी अपनेअपने क्षेत्रों में निरन्तर निगरानी रखते हुए पूर्व में हुए विवादीत मामलों की समीक्षा समय पूर्व करना सुनिश्चित करें। चैत्र नवरात्रि व ईद-उल-फितर व रमजान माह के लिए नगरीय निकाय एवं ग्राम विकास विभाग द्वारा आवश्यक सफाई, मार्ग प्रकाश की व्यवस्थाएं सुदृढ़ रूप से सुनिश्चित कर ली जाये। नागरिकों को सभी त्यौहारों पर पेयजल, सफाई, स्ट्रीट लाइट की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये। मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने समय से सम्यक् जनसुविधा व कानून व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के दिये गये निर्देशों का अपने-अपने जनपदों में शत-प्रतिशत अनुपालन कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।