नगर निगम की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए नगर आयुक्त ने उठाया अहम कदम-अब माननीय पार्षद करेंगे नाला सफाई, पेयजल नलकूप व पम्पिंग स्टेशन का भौतिक सत्यापन
नगर आयुक्त ने नाला सफ़ाई, ट्यूबवेल, जलनिकासी की समीक्षा-नगर आयुक्त ने दी चेतावनी-नाला सफाई 15 जून तक पूर्ण नही होने पर ठेकेदार को किया जाएगा ब्लैक लिस्टेड व जेई व एई पर होगी विभागीय कार्रवाई:-

नगर निगम स्वास्थ्य विभाग द्वारा छोटे नालो व निर्माण विभाग द्वारा बड़े नालो की ख़राब सफाई पर नगर आयुक्त ने रविवार को कल्याण सिंह हेबिटेट सेंटर में निर्माण विभाग स्वास्थ्य विभाग सहित नाला सफाई के लिए नामित ठेकेदारों को जमकर खरी खोटी सुनाते हुए 15 जून तक प्रत्येक दशा में नालो की सफ़ाई का कार्य पूरा करने की चेतावनी देते हुए सभी नालों की सफाई, ट्यूवेल की क्रियाशीलता व पम्पिंग स्टेशनों की कार्य क्षमता का भौतिक सत्यापन स्थानीय पार्षदों के माध्यम से कराये जाने का निर्णय लिया है।
कल्याण सिंह हैबिटेट सेंटर में नाला सफाई की समीक्षा करते हुए नगर आयुक्त ने दो टूक लहज़े में कहा नाला सफ़ाई में लापरवाही के लिए सीधे संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड और संबंधित जेई एई के विरुद्ध विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगीनगर आयुक्त ने समीक्षा बैठक में सभी छोटे बड़े नालो की सफाई को तेज़ी से पूर्ण कराकर 15 जून तक पूर्ण करने, पार्षदों से नाला सफ़ाई का सत्यापन कराने, नालों की सफ़ाई के बाद कचरे को किनारे न डालने, 26 कलस्टर प्रभारी रोज़ाना नाला सफ़ाई का भौतिक सत्यापन करने, जोनल सफ़ाई अधिकारी के अवकाश पर होने का संज्ञान लेते हुए उनका मेडिकल परीक्षण कराये जाने, नालों के बाहर कचरा जमा होने पर सीधे स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी निर्धारित करने के निर्देश दिए।बैठक में नगर आयुक्त के साथ अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव सहायक नगर आयुक्त वीर सिंह, मुख्य अभियंता सुरेश चंद सहायक अभियंता सिब्ते हैदर, ठेकेदार जेई आदि मौजूद थे।